सोमवार, 14 सितंबर 2009

अंबानी विवाद ने डिगाया निवेशकों का विश्वास : रपट

अंबानी बंधुओं के विवाद से अंतर्राष्ट्रीय निेशकों का भारत के प्रति शिस डगमगा रहा है। एक रपट में यहोा करते हुए सरकार से आग्रह किया गया है कि गैस के उपयोग की प्राथमिकता तय करे।
अमेरिकी मासिक पत्रिका एनर्जी ट्रिब्यून में एक रपट में कहा गया है कि अंबानीोि मेंों पर लगे प्राकृतिक गैस संसाधनों पर समित् भारतीय सरकार का है। पत्रिका के मुख्य संपाक माइकल जे इकोनोमिडेस ने कहा है कि सरकार द्वारा तय कीमत को बरकरार रखा जाना चाहिए। इससे ेश में निेश का आकर्षक माहौल मिलेगा, घरेलू ऊर्जा आपूर्ति बढ़ेगी और ैश्कि ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी। अनिल अंबानी इस बारे में एक पारिारिक समझौते को लागू करने की मांग कर रहे हैं जिससे उनकी ग्रुप कंपनी आरएनआरएल को मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज से गैस 2.34 डॉलर प्रति यूनिट (एमएमबीटीयू) की र पर मिलेगी। यह र सरकार द्वारा मंजूर रों से 44 प्रतिशत कम है। मामला फिलहाल उच्चतम न्यायालय में है।
रपट में कहा गया है कि ुनिया की अन्य अर्थव्यस्थाओं ने ैश्कि बाजारों का शिस फिर जीतना शुरू किया है। निेशक कंपनियों बनाने, रोजगार ेने के लिए नए स्थानों की ओर ेख रहे हैं। ऐसे में अंबानी बंधुओं काोि भारत में निेशकों के शिस को चोट पहुंचा रहा है।

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